दोहा (भाषा) - चिंकी यादव ने कैरियर के सर्वश्रेष्ठ क्वालीफिकेशन स्कोर 588 अंक से निशानेबाजी में भारत को 11वां ओलंपिक कोटा दिलाया लेकिन वह शुक्रवार को यहां 14वीं एशियाई चैंपियनशिप में पदक नहीं जीत सकीं। राष्ट्रीय चैम्पियनशिप की रजत और जूनियर विश्व चैम्पियनशिप की कांस्य पदकधारी निशानेबाज हालांकि फाइनल में क्वालीफिकेशन जैसा प्रदर्शन नहीं दोहरा सकी और महिलाओं की 25 मीटर पिस्टल स्पर्धा फाइनल में 116 अंक के स्कोर से छठा स्थान ही हासिल कर पायीं।
मध्यप्रदेश सरकार के भोपाल में खेल विभाग में इलेक्ट्रीशियन की बेटी चिंकी ने क्वालीफिकेशन में 588 अंक बनाये जिसमें एक ‘परफेक्ट 100’ भी शामिल है। वह थाईलैंड की नेपहासवान यांगपाइबून (590) के बाद दूसरे स्थान पर रही।
इस 21 वर्षीय निशानेबाज ने स्पर्धा के बाद कहा, ‘‘मैं बयां नहीं कर सकती कि मैं कितनी खुश हूं। यह मेरा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा। मैं इसका श्रेय अपने कोचों, विशेषकर जसपाल सर को दूंगी और साथ ही उन्हें जिन्होंने मेरा पूरा सहयोग किया जिसमें भोपाल अकादमी और एनआरएआई शामिल हैं। ’’
फाइनल के लिये क्वालीफाई करने से ही चिंकी ने देश के लिये ओलंपिक कोटा हासिल कर लिया क्योंकि आठ फाइनलिस्ट में से चार ने पहले ही पूर्व प्रतियोगिताओं से कोटे हासिल कर लिये थे। मौजूदा टूर्नामेंट में चार कोटे दांव पर लगे थे।
भारत के लिये यह 25 मीटर पिस्टल में दूसरा ओलंपिक कोटा है। इससे पहले राही सरनोबत ने इस साल के शुरू में म्यूनिख में विश्व कप में पहला कोटा हासिल किया था। इस स्पर्धा में भाग ले रही अन्य भारतीय निशानेबाजों में अनुराज सिंह (575) और नीरज कौर (572) क्रमश: 21वें और 27वें स्थान पर रही।
भारत 10 मीटर राइफल (पुरूष और महिला), 50 मीटर राइफल थ्री पाजीशन (पुरूष), 10 मीटर एयर पिस्टल (पुरूष और महिला) और 25 मीटर एयर पिस्टल (महिला) स्पर्धाओं में ओलंपिक कोटा हासिल कर चुका है। पुरूषों की 50 मीटर राइफल प्रोन स्पर्धा में संजीव राजपूत, शुभंकर प्रमाणिक और तरूण यादव ने 1865.1 के संयुक्त स्कोर से रजत पदक अपने नाम किया।
पुरूषों की 25 मीटर स्टैंडर्ड पिस्टल स्पर्धा में उदयवीर सिद्धू ने 577 अंक से व्यक्तिगत रजत पदक हासिल किया जबकि उदयवीर, विजयवीर सिद्धू और गुरप्रीत सिंह ने 1710 अंक से टीम को स्वर्ण पदक दिलाया। भारत ने जूनियर और युवा वर्गों में दबदबा जारी रखते हुए 11 और पदक हासिल किये जिसमें छह और स्वर्ण पदक शामिल हैं। देश के अभी तक टूर्नामेंट में 35 पदक हो गये हैं।