Follow us on
Saturday, April 20, 2024
BREAKING NEWS
मुख्यमंत्री नायब सैनी ने सुना किसानों का दर्द, ओलावृष्टि से खराब फसलों का लिया जायजाBreaking: यूपी बोर्ड के 10वीं के छात्रों का रिजल्ट जारी, 89.55% छात्र पासBreaking: हम अग्निवीर योजना को खत्म कर देंगे, बिहार के भागलपुर में बोले राहुल गांधीकांग्रेस ने मणिपुर में 47 मतदान केंद्रों पर पुनर्मतदान की मांग कीHaryana weather: हरियाणा के चार जिलों में गिरे ओले, दो महीने में चार बार हुई बारिशइजराइल ने ईरान पर ड्रोन हमले के बारे में अमेरिका को आखिरी क्षणों में सूचना दी : इटली के विदेश मंत्रीPunjab News: घर की छत गिरने से 3 गंभीर रूप से जख्मी, बुजुर्ग महिला की मौतचंडीगढ़ सेक्टर-46 पोस्ट ग्रेजुएट गवर्नमेंट कॉलेज का 39वां वार्षिक पुरस्कार समारोह आयोजित
Business

सीमित दायरे में रह सकता है शेयर बाजार, वैश्विक संकेतों से तय होगी धारणा - विश्लेषक

November 18, 2019 06:20 AM

नयी दिल्ली (भाषा) - घरेलू शेयर बाजार इस सप्ताह सीमित दायरे में रह सकता है और अमेरिका-चीन व्यापार समझौता समेत वैश्विक प्रवृत्तियों से धारणा प्रभावित हो सकती है। विश्लेषकों ने यह बात कही है। सैमको सिक्युरिटीज एंड स्टॉक नोट के संस्थापक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी जिमीत मोदी ने कहा, ‘‘चूंकि तिमाही परिणाम लगभग आ गये हैं, बाजार पर अंतरराष्ट्रीय कारकों का असर होगा। इसमें अमेरिका-चीन व्यापार समझौता शामिल है। कोई सकारात्मक संकेतकों के अभाव में बाजार नरम और सीमित दायरे में रह सकता है।’’

एपिक रिसर्च के मुख्य कार्यपालक अधिकारी मुस्तफा नदीम के अनुसार, ‘‘सप्ताह के दौरान चीन के ब्याज दर के बारे में निर्णय और अन्य आंकड़े अमेरिका से आ रहे हैं। हांगकांग में स्थिति खराब हुई है क्योंकि पुलिस ने शहर में व्यवस्था के ध्वस्त होने की चेतावनी दी है। अगर अमेरिका और चीन व्यापार युद्ध में कमी लाने या अंतरिम व्यापार समझौता करने पर सहमत होते हैं, बाजार पर इसका सकारात्मक असर पड़ सकता है।’’

पिछले सप्ताह बीएसई सेंसेक्स में मामूली 33 अंक की वृद्धि हुई। जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज लि. के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘वैश्विक मोर्चे पर अमेरिका-चीन व्यापार समझौते में प्रगति के संकेत हैं। इसका वैश्विक बाजारों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा है। हालांकि, घरेलू वृहत आर्थिक आंकड़ों से निवेशकों को भरोसा नहीं मिल रहा। लेकिन हाल के समय में आर्थिक वृद्धि को गति देने के लिये सरकार और आरबीआई की तरफ से कुछ ठोस कदम देख रहे हैं जिसका निवेशकों पर सकारात्मक असर पड़ेगा।’’

उन्होंने कहा, ‘‘आने वाले समय में आरबीआई मुद्रास्फीति में वृद्धि के बजाए आर्थिक वृद्धि को गति देने पर ध्यान दे सकता है। इससे केंद्रीय बैंक नीतिगत दर में कुछ और कटौती कर सकता है और उसका लाभ ग्राहकों पर देने पर जोर दे सकते हैं।’’

 
Have something to say? Post your comment
More Business News
मारुति सुजुकी ने मानेसर संयंत्र की क्षमता में प्रति वर्ष एक लाख इकाई का किया इजाफा रिजर्व बैंक ने 2024-25 के लिए वृद्धि दर के अनुमान को सात प्रतिशत पर कायम रखा अडाणी ग्रीन एनर्जी 10,000 मेगावाट नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता वाली भारत की पहली कंपनी बनी आरबीआई के पेशेवर प्रबंधन ने बाहरी अनिश्चितताओं से निपटने में मदद की: वित्त मंत्री सीतारमण भारत को अगले 10 वर्षों में आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनने की जरूरत: प्रधानमंत्री मोदी टाटा इंटरनेशनल ने राजीव सिंघल को किया एमडी नियुक्त शेयर बाजार में तीन दिनों से जारी तेजी पर विराम, बिकवाली दबाव से सेंसेक्स 362 अंक टूटा भारत के साथ व्यापार संबंधों को फिर बहाल करने पर ‘गंभीरता’ से विचार कर रहा है पाकिस्तान किआ इंडिया के वाहन एक अप्रैल से तीन प्रतिशत तक महंगे होंगे टाटा के सेमीकंडक्टर संयंत्र सभी क्षेत्रों को करेंगे चिप आपूर्ति, 72,000 रोजगार पैदा होंगे: चंद्रशेखरन