चेन्नई (भाषा) - वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को यहां कहा कि भारत और रूस के बीच चेन्नई तथा व्लादिवोस्तोक के बीच समुद्री मार्ग खोलने को लेकर समझौता आर्थिक गतिविधियों में वृद्धि का अवसर है। उन्होंने बताया कि 2016-17 में भारत का एक प्रतिनिधिमंडल वहां गया था और दोनों शहरों के बीच समुद्री मार्ग खोलने की संभावना पर बातचीत की थी।
सीतारमण ने कहा, ‘‘तमिलनाडु से भी एक दल वहां गया था। मैंने मीडिया से कहा था कि देश के दक्षिण भाग और रूस के बीच व्यापार में 40 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। मंत्री ने कहा कि दोनों देशों के बीच आशय पत्र पर समझौते से चेन्नई पोर्ट ट्रस्ट से व्यापार में वृद्धि होगी।
उन्होंने कहा, ‘‘इससे आर्थिक गतिविधियों में कई गुना वृद्धि की संभावना है। वह यहां नयी राजग सरकार के पहले 100 दिन में उठाये गये कदमों के बारे में संवाददाताओं को जानकारी दे रही थीं।
उल्लेखनीय है कि चार सितंबर को भारत और रूस ने चेन्नई बंदरगाह और व्लादिवोस्तोक के बीच समुद्री मार्ग खोलने पर सहमति जतायी। इस आशय-पत्र पर पोत परिवहन मंत्रालय और रूस के परिवहन मंत्रालय ने दस्तखत किये। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पिछले सप्ताह दो दिवसीय रूस यात्रा के दौरान समझौते पर हस्ताक्षर किये गये।