शिमला। हिमाचल प्रदेश में पर्यटन कारोबार को अब व्हाइट क्रिसमस से आस है। कोरोना के बाद प्राकृतिक आपदा से पर्यटकों ने प्रदेश की वादियों का रुख करना कम कर दिया है। बाहरी राज्यों के पर्यटक वाहनों पर लगाए गए दोगुने टैक्स के बाद सैलानियों की संख्या में कमी आई है। पर्यटन कारोबार फिर रफ्तार पकड़ सके, इसके लिए पर्यटन व्यवसायी लुभावने पैकेज देने की तैयारी कर रहे हैं। बर्फबारी हुई तो हिमाचल के पर्यटन कारोबार में उछाल आने की उम्मीद है। क्रिसमस और न्यू ईयर से पहले शिमला, मनाली, धर्मशाला और डलहौजी में धीरे-धीरे होटलों में एडवांस बुकिंग बढ़ने लगी है। कोरोना काल में दो साल प्रदेश में पर्यटन कारोबार बुरी तरह प्रभावित रहा। इस साल बरसात के दौरान भारी बारिश से आई आपदा के कारण सैलानियों ने प्रदेश का रुख करना बंद कर दिया, जिससे पर्यटन कारोबार को भारी नुकसान पहुंचा। प्रदेश की सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में पर्यटन कारोबार का करीब 4.3 फीसदी हिस्सा है। प्रदेश का बड़ा वर्ग पर्यटन कारोबार पर निर्भर है। होटल कारोबारी, ट्रैवल एजेंट, टैक्सी ऑपरेटर, गाइड, फोटोग्राफर और हॉर्स राइडर का व्यवसाय सैलानियों पर निर्भर है। सैलानियों को आकर्षित करने के लिए पर्यटन विकास निगम और निजी होटल संचालक आकर्षक पैकेज जारी करने की तैयारी कर रहे हैं। तीन दिन ठहरने पर एक दिन मुफ्त, एडवांस बुकिंग पर कमरे के किराये में 20 फीसदी छूट, कमरे की बुकिंग पर ब्रेकफॉस्ट फ्री, टूअर पैकेज बुक करने पर फ्री पिकअप और ड्रॉप, साइट सीन बुकिंग पर 30 फीसदी छूट देने की योजना है।