बेंगलुरु: रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) ने अभी तक इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2024 चरण में सिर्फ एक ही मैच खेला है लेकिन इसने उनकी गेंदबाजी की कमजोरी को उजागर कर दिया है जिससे सोमवार को यहां चिन्नास्वामी स्टेडियम में पंजाब किंग्स के खिलाफ होने वाले मैच में उन्हें गेंदबाजों से बेहतर प्रदर्शन की जरूरत होगी। चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) के खिलाफ इस चरण के शुरूआती मैच में तेज गेंदबाज आंख बंद करके शॉर्ट पिच गेंद फेंकने की रणनीति पर डटे रहे जबकि चेपॉक की पिच पर स्पिनरों के लिए ज्यादा कुछ नहीं था। आरसीबी के तीन स्पिनरों मयंक डागर, कर्ण शर्मा और ग्लेन मैक्सवेल ने मिलकर पांच ओवर फेंके और वे बल्लेबाजों को परेशान नहीं कर सके। इन तीनों ने मिलकर 37 रन देकर महज एक विकेट झटका। वहीं अगर सीएसके के दो स्पिनरों रविंद्र जडेजा और महेश तीक्ष्णा की बात की जाये तो उन्होंने मिलकर आठ ओवर फेंके तथा 57 रन देकर चार विेकट झटके जबकि इस दौरान बल्लेबाजी करना बहुत आसान था। इसलिये आरसीबी के स्पिनरों को यहां छोटी बाउंड्री और तेज आउटफील्ड पर मुश्किल परिस्थितियों से निपटने के लिए तैयार रहना होगा। इस स्टेडियम में ज्यादातर मौकों पर टीम ने एक पारी में 200 से अधिक रन जुटाये हैं और ऐसा 27 दफा हो चुका है तथा इस पिच पर आईपीएल में पहली पारी का औसत स्कोर 172 रहा है। इससे पंजाब किंग्स के खिलाफ आरसीबी के तेज गेंदबाजों को भी जिम्मेदारी से खेलना होगा। मोहम्मद सिराज, अल्जारी जोसफ और यश दयाल ने सीएसके के खिलाफ एक ओवर में दो बाउंसर डालने के अपने कोटे का पूरा इस्तेमाल किया लेकिन इस दौरान वे अपनी लाइन एवं लेंथ पर लगाम खो बैठे। यह उनके रन देने की गति से भी साफ दिखा। चौथे तेज गेंदबाज कैमरून ग्रीन ने कटर गेंदों का इस्तेमाल किया जिससे उन्हें दो विकेट मिले।