यमुनानगर (कुलदीप हर्ष): गांव रतौली में शुक्रवार को मिट्टी की खुदाई करने के दौरान अचानक मिट्टी की ढांग गिरने से बड़ा हादसा हो गया। इस दौरान वहां मिट्टी की खुदाई कर रही पांच महिलाए सहित एक पुरुष व दो नाबालिग बच्चे मिट्टी की ढांग के नीचे दब गए। बताया जा रहा है कि रमजान पर्व के अवसर पर ग्रामीण अपने कच्चे घरों को लिपने के लिए चिकनी मिट्टी लेने गए थे। मिट्टी के ढेर नीचे दबे घायलोंं की चीख पुकार की आवाज सुनकर पड़ोसियों के अलावा वहां से गुजर रहे ग्रामीणों ने उन्हें बाहर निकाला। ग्रामीणों की मदद से सभी घायलों को साढौरा के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचाया गया। जहां पर उपचार के दौरान चिकित्सकों ने 52 वर्षीय सतारा पत्नी शाहिद व 28 वर्षीय नसरीना पत्नी मुस्ताक को मृत घोषित कर दिया। वहीं मृतका नसरीना के 14 वर्षीय बेटे परवेज की नाजुक हालत को देखते हुए यमुनानगर के ट्रामा सेंटर रेफर किया गया। लेकिन वहां पर उसकी हालत में सुधार न होने के कारण चण्डीगढ़ पीजीआई रेफर कर दिया गया। वहीं घायलों 32 वर्षीय मंजूर हसन पुत्र जमील व उसकी 28 वर्षीय पत्नी सलमा, 6 वर्षीय बेटी मुसकान व 17 वर्षीय बहन सूफी के अलावा 35 वर्षीय अफसाना पत्नी तालिब को चिकित्सकों विनीत मिश्रा व वरुण द्वारा प्राथमिक उपचार देने के बाद यमुनानगर के ट्रामा सेंटर रेफर किया गया। जहां पर उनका उपचार जारी है। इस घटना की सूचना पाकर घायलों के परिजन सीएचसी पहुंच गए। जानकारी के अनुसार ग्रामीण रमजान पर्व के अवसर पर अपने कच्चे घरों को लिपने के लिए मिट्टी लेने गए थे। उधर हादसे की सूचना पाकर डीएसपी कमलजीत सिंह के अलावा एसएचओ अनिल कुमार पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है।