कोलकाता: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के नेताओं के दिल्ली में निर्वाचन आयोग के कार्यालय बाहर धरने को मंगलवार को ‘नाटक’ करार दिया और दावा किया कि यह लोकसभा चुनाव से पहले उसके नेताओं के ‘कुकर्मों’ से ध्यान भटकाने की कोशिश है। टीएमसी नेताओं को दिल्ली पुलिस ने धरने के दौरान हिरासत में ले लिया था। उन्होंने मंदिर मार्ग थाने में मंगलवार को सुबह अपना धरना जारी रखा। भाजपा नेता राहुल सिन्हा ने कहा, टीएमसी नेता असली मुद्दों से बचने के लिए भारत निर्वाचन आयोग के कार्यालय के बाहर तमाशा खड़ा कर रहे हैं। अगर उन्हें कोई शिकायत है तो वे अदालत का रुख कर सकते हैं। वे आयोग के कार्यालय के बाहर क्या कर रहे हैं? पश्चिम बंगाल भाजपा के प्रवक्ता समिक भट्टाचार्य ने कहा कि टीएमसी अपने कुकर्मों से ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है। भट्टाचार्य ने कहा, टीएमसी हर तरह के भ्रष्टाचार में पूरी तरह लिप्त है। इनके नेता देसी बम बनाने में भी शामिल हैं। हकीकत तो यह है कि ज्यादातर मामलों में केंद्रीय एजेंसियां अदालत के निर्देशों के मुताबिक काम कर रही हैं। टीएमसी के 10 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने सोमवार को आयोग की पूर्ण पीठ से मुलाकात की और मांग की कि प्रवर्तन निदेशालय, केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो, राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण और आयकर विभाग के प्रमुखों को बदला जाए, क्योंकि वे कथित तौर पर सत्तारूढ़ भाजपा के इशारे पर काम कर रहे हैं। टीएमसी नेताओं ने बाद में घोषणा की कि वे आयोग के कार्यालय के बाहर 24 घंटे के धरने पर बैठे हैं।