चंडीगढ़ : युवा समाज में बदलाव लाने में एक अहम भूमिका निभाते रहे हैं। चंडीगढ़ के 32 वर्षीय आईटी प्रोफेशनल निखिल शर्मा अपने युवा वालिंटेयर्स के साथ भी ऐसी ही एक मिसाल पेश कर रहे हैं जिन्होंनें पर्यटकों को ‘रिस्पोंसिपल टूरिज्म’ के मायने सीखने का बीड़ा उठाया है। पहाड़ों के प्रति सदैव आर्कषित रहने वाले निखिल ने 18 मई को धर्मशाला के निकट करेरी ट्रेक में ‘माउंटेन्स क्लीनेस ड्राईव’ की अपनी एक अनूठी पहल मेें देश भर से लगभग दो दर्जन वालिंटेयर्स जुटा चुके हैं । ये वालिंटियर्स 17 मई को धर्मशाला पहंुच अगले दिन अपना पहाड़ों को स्वच्छ रखने का अभियान चलायेंगें। लगभग 9600 फीट की उचाई पर स्थित करेरी लेक तक यह ट्रेकिंग पूरे एक दिन की होगी जिसमें वालियंटर्स कूडा विषेशकर प्लास्टिक को समेटेगें। निखिल अपने ग्रुप स्काउटरिप्पर के माध्यम से अनेको युवाओ को ट्रेकिंग जैसे सहासिक अभियानों से जोड़ चुके हैं परन्तु गत कुछ वर्षो से पहाड़ों विशेषकर ट्रेकिंग रुट्स पर ट्रेकर्स और पर्यटकों द्वारा फैलाये जाने वाले कूड़ा कर्कट के चलते इस अभियान की शुरुआत करने के लिये प्रेरित किया। निखिल ने बताया कि स्थानीय समूह वालिंटियर यात्रा के सहयोग से शुरु किये जाने वाले इस अभियान में उनका प्रयास न केवल रिस्पोंसिबल टूरिज्म के प्रति सजग करना है बल्कि भाग ले रहे वालिंटियर्स को प्र्यायवरण मैत्री होने का अहसास भी दिलाया जायेगा। इस दौरान उन्हें लोकल पहाड़ी गद्दी कल्चर से जोड़ने की भी पहल है। निखिल ने बताया कि आमतौर पर भीषण गर्मी के चलते मैदानी क्षेत्रों के लोग राहत पाने के लिये गर्मियों में पहाड़ों का रुख करते हैं परन्तु उनमें पहाड़ों के प्रति अनुशासनहीनता का खमियाजा स्थानीय लोगों और प्रशासन को भुगतना पड़ता है। उन्होंने उम्मीद जताई की टूरिस्ट सीजन से पूर्व उनका यह छोटा प्रयास निकट भविष्य के लिये कारगर सिद्ध होगा। निखिल आश्वस्त हैं कि स्थानीय प्रशासन भी इस दिशा में उनके लिये मददगार साबित होगा।